
पौराणिक परंपरा ही शाश्वत धर्म का आधार — पिंडदान में ऑनलाइन व्यवस्था का सर्वत्र विरोध
गयाजी ( ब्यूरो कार्यलय )/- गया महात्मा भूमि, जहाँ स्वयं भगवान श्रीराम ने माता-पिता के निमित्त फल्गु तट पर पिंडदान कर श्राद्ध विधि सम्पन्न की थी, वहाँ पितृपक्ष महापर्व का विशेष महात्म्य वर्णित है। शास्त्रों में स्पष्ट है कि पितृकृत्य का संपूर्ण फल तभी प्राप्त होता है जब श्रद्धालु स्वयं